हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे इस ब्लॉक पर आज हम जिस टॉपिक के बारे में बात करने जा रहे हैं ! वह इस प्रकार है कि डिमैट अकाउंट में शेयर कितने दिन में आते हैं ! इंटरनेट की दुनिया में बहुत सारे लोग आज कल शेयर मार्केट में आ चुके हैं और शेयर मार्केट के बारे में जानना चाहते हैं !
बहुत सारे लोग यह जानना चाहते हैं कि जब भी हम कोई शेयर buy करते हैं तो हमारे डिमैट अकाउंट में शेयर्स कब आएंगे ! बहुत सारे लोगों का यह सवाल होता है ! मार्केट में निवेश करने से पहले सही जानकारी का होना जरूरी है।
दोस्तों इसी आर्टिकल के मध्य से हम आपको यह जानकारी देने वाले हैं कि जब भी आप कोई शेयर्स बाय करते हैं ! तो आपके डिमैट अकाउंट में वह कितने दिन के बाद आता है ! आईए जानते हैं विस्तार से।
डिमैट अकाउंट में शेयर्स कितने दिन में आते हैं (demant account me share kitne din me aata hai)
जब भी लोग किसी कंपनी के शेयर्स बाय करते हैं ! बहुत सारे लोगों के मन में यह सवाल आता है कि जब भी हम किसी कंपनी के शेयर buy करें तो वह डिमैट अकाउंट में कब आएंगे ! शेयर मार्केट के जो रूल हैं वह चेंज होते रहते हैं !
27 january 2023 से पहले जब भी कोई किसी कंपनी के शेयर्स बाय करता था ! तो वह दो दिन मतलब 48 घंटे के बाद आपकी डिमैट अकाउंट में आते थे पर अब ऐसा नहीं है अब जब भी आप किसी कंपनी के शेयर्स बाय करेंगे तो 24 घंटे के अंदर वह आपकी डिमैट अकाउंट में आ जाएंगे !
27 january 2023 से पहले शेयर बाजार की जो संस्था है मतलब सेबी के नियम के अनुसार जो लोग शेयर खरीदा करते थे 48 घंटे के बाद आपके अकाउंट में आते थे ! पर sebi ने अब यह रूल चेंज कर दिया है अब शेयर्स जो है आपकी Demant अकाउंट में 24 घंटे के अंदर आ जाते हैं ! इस समय की अवधि को T + 1 का नाम दिया गया है।
चलिए आगे देखते हैं T + 1 को विस्तार से
T का मतलब समझते हैं
यहां T का मतलब TIME को समझाया गया है जिस दिन आप कोई आर्डर लगते हैं तो उसे पार्टिकुलर नियम के अनुसार टाइम को महत्व दिया गया है उसी दिन को T को दर्शाया गया है मतलब एक डेट आंकी गई है !
जब उसे दिन आप आर्डर लगते हैं तो आपके जो शेयर्स होते हैं वह ब्रोकर के पास चले जाते हैं तो ब्रोकर आगे जो आपका लिंक डिमैट अकाउंट के साथ है ब्रा करो उसे अकाउंट से आपके खरीदे हुए पैसे को अपने अकाउंट में होल्ड कर लेता है और आर्डर लगा देता है
कंपनी के शेयर्स खरीदने के बाद जो आपने आर्डर लगाया होता है मार्केट क्लोज होने के बाद वह ब्रोकर आपको आपकी ईमेल पर मैसेज भेज देता है ! उसे ईमेल में आपकी आर्डर का बिल शो किया जाता है !
कुल मिलाकर आपको यह जानकारी बता दें तो टी का मतलब जिस दिन आपने कोई आर्डर लगाया है ! उसे ऑर्डर को आपका ब्रोकर आगे एक्सचेंज में एग्जीक्यूट कर देता है पर आपको अभी शेयर्स आपके डिमैट अकाउंट में नहीं मिलते हैं !
T + 1 क्या होता है
T का मतलब आपको समझ आ ही गया होगा जिस दिन आप BUY और SELL का आर्डर लगते हैं ! +1 का मतलब अगले दिन से है ब्रोकर को दिया हुआ पैसा आगे एक्सचेंज में जाता है ! फिर एक्सचेंज आगे ब्रोकर को पैसे के बदले शेयर्स मिलते हैं और आपका ब्रोकर आपके शेयर्स डिमैट अकाउंट में दिखता है !
CONCLUSION :
सेबी के इस नियम के अनुसार बहुत सारे लोगों को T+1 की सहायता से शेयर्स को BUY और SELL करना बहुत आसान हो गया है।
क्योंकि 24 घंटे की अंदर आपके BUY OR SELL जो आर्डर लगते हैं वह आ जाते हैं एक ही दिन के अंदर ! मैं आशा करता हूं इस आर्टिकल का माध्यम से आपको जो जानकारी मिली है आपको समझआई होगी तो अपने दोस्तों को आगे जो शेयर करें ! शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिमके अधीन है निवेश करने से पहले अपनी सलाहकार को पूछे।
FAQs : डीमैट अकाउंट में शेयर कितने दिन में आते हैं?
1 – डीमैट अकाउंट एक्टिवेट होने में कितना समय लगेगा?
अगर आपने सेबी के अकॉर्डिंग जितने भी स्टेप सही से फॉलो किए हैं ! तो आपका डिमैट अकाउंट 24 घंटे के अंदर एक्टिवेट हो जाएगा। उसके साथ रहेगा
2 – शेयर मार्केट के लिए कौन सा अकाउंट चाहिए?
सेबी के नियम के अनुसार आपके पास एक डीमैट अकाउंट जरूर होना चाहिए
3 – डीमैट अकाउंट कब फ्रीज होता है?
डिमैट अकाउंट तब फ्रीज होता है जब आप सेवी के नियम का उल्लंघन करेंगे
4 – क्या डीमैट अकाउंट में पैसा सुरक्षित है?
सेबी के नियम के अनुसार डिमैट अकाउंट में पैसा सुरक्षित है ! जैसी आपका पैसा बैंक अकाउंट में सेफ है
5 – स्टॉक ब्रोकर बंद हो जाए तो क्या होता है?
ब्रोकर बंद हो जाने से आपका डिमैट अकाउंट सेफ रहेगा ! आपका शेयर होल्डिंग का जो पैसा है वह भी सेफ रहेगा